वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के करीब आधा दर्जन मुख्यमंत्रियों, भाजपा अध्यक्ष, कई केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विभिन्न घटक दलों के नेताओं की मौजूदगी में मंगलवार को वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह तीसरे कार्यकाल में नई ऊर्जा के साथ जनता के कल्याण के लिए काम करेंगे। गंगा सप्तमी के मौके पर मां गंगा को नमन करने के उपरांत प्रधानमंत्री काशी के कोतवाल काल भैरव के दर पर पहुंचे। वहां उनसे अनुमति-आशीर्वाद लेकर वह विभिन्न राजनीतिक दिग्गजों के साथ शक्ति प्रदर्शन करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रधानमंत्री ने सोमवार को काशी विश्वनाथ से एवं मंगलवार को काल भैरव से लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के लिए आशीर्वाद भी मांगा। वाराणसी संसदीय सीट पर मोदी ने 2014 में पहली बार और 2019 में दूसरी बार जीत हासिल की थी।
सफेद कुर्ता-पायजामा और नीली सदरी पहने मोदी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए वाराणसी जिलाधिकारी के कार्यालय (कलेक्ट्रेट) पहुंचे। जब मोदी ने पर्चा दाखिल किया तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री के नामांकन के चार प्रस्तावकों में से दो उपस्थित थे।
नामांकन दाखिल करते समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ, अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम लला के विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले पंडित गणेश्वर शास्त्री और पटेल जनसंघ के समय के पुराने कार्यकर्ता और पिछड़ा वर्ग के नेता बैजनाथ पटेल मौजूद थे।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा व दलित समाज के संजय सोनकर प्रधानमंत्री के नामांकन के चार प्रस्तावक हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मीडिया सह प्रभारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन पत्र जिलाधिकारी को सौंपने के बाद खड़े होकर शपथ पत्र पढ़ा। मिश्रा के अनुसार, प्रधानमंत्री मर्यादा का पालन करते हुए जिलाधिकारी, जो वाराणसी चुनाव के चुनाव अधिकारी भी हैं, के सामने खड़े हुए और शपथ पत्र पढ़ा। वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत एक जून को मतदान होगा।
