दुबई। अमेरिका की सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के रडार अड्डों को निशाना बनाकर हमले किए हैं। अधिकारियो ने शनिवार को बताया कि इन रडार केंद्रों का इस्तेमाल विद्रोहियों द्वारा नौवहन के लिए अहम लाल सागर गलियारे में जहाजों पर हमला करने के लिए किया जा रहा था। यह हमला पूर्व में हूती विद्रोहियों के हमले के बाद एक वाणिज्यिक पोत के चालक दल के एक सदस्य के लापता होने के बाद किया गया है।
ये हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब अमेरिकी नौसेना को हूती अभियान का मुकाबला करने के लिए द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से अब तक के सबसे भीषण युद्ध का सामना करना पड़ रहा है। विद्रोहियों का कहना है कि ये हमले गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध को रोकने के लिए किए गए हैं। हालांकि, ईरान समर्थित विद्रोही हमलों में अक्सर हूती उन जहाजों और नाविकों को निशाना बनाते हैं, जिनका युद्ध से कोई लेना-देना नहीं होता है, जबकि एशिया, यूरोप और मध्य-पूर्व के बीच माल और ऊर्जा शिपमेंट के लिए महत्वपूर्ण गलियारे से यातायात आधा रह जाता है। सेना की सेंट्रल कमान की ओर से कहा गया कि अमेरिकी हमलों ने हूती नियंत्रित क्षेत्र में सात रडार अड्डे नष्ट कर दिए हैं। हालांकि उसकी तरफ से कोई और जानकारी मुहैया नहीं कराई गई। इसमें कहा गया है कि अमेरिका ने लाल सागर में बमवाहक दो ड्रोन नौकाओं को नष्ट कर दिया, साथ ही हूतियों द्वारा जलमार्ग पर छोड़े गए एक ड्रोन को भी नष्ट कर दिया। सेना की ओर से कहा गया कि लाइबेरियाई ध्वज वाले एक जहाज का चालक हूतियों द्वारा किए गए हमले के बाद लापता हो गया था। इस बीच, सेंट्रल कमान ने कहा कि लाइबेरियाई ध्वज वाले, ग्रीक स्वामित्व वाले थोक मालवाहक ट्यूटर का एक नाविक बुधवार को हूतियों द्वारा किए गए हमले के बाद लापता हो गया है। विद्रोहियों ने जहाज पर बमवाहक ड्रोन नौका का इस्तेमाल किया था।
